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मोबिलाइज़ योर सिटी

  • 08 Sep 2018
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत और फ्राँस ने अंतर्राष्‍ट्रीय कार्यक्रम ‘मोबिलाइज़ योर सिटी (MYC)’ को लागू करने संबंधी समझौते पर हस्‍ताक्षर किये हैं।

क्या है मोबिलाइज़ योर सिटी (MYC)?

  • यह अंतर्राष्‍ट्रीय कार्यक्रम का एक हिस्‍सा है, जो फ्राँस और जर्मनी की सरकारों द्वारा समर्थित है।
  • इसे दिसंबर, 2015 में 21वीं कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ (COP-21) में लॉन्च किया गया।
  • वर्ष 2015 में एजेंस फ्रैंसेज डी डेवलपमेंट (AFD) के प्रस्‍ताव के आधार पर यूरोपीय संघ ने भारत में मोबिलाइज़ योर सिटी कार्यक्रम में निवेश और तकनीकी सहायता के लिये 5 मिलियन यूरो की राशि देने पर सहमति व्‍यक्‍त की है।

MYC का उद्देश्‍य

  • तीन पायलट शहरों-नागपुर, कोच्चि तथा अहमदाबाद में शहरी परिवहन से संबंधित ग्रीन हाऊस गैस (GHG) उत्‍सर्जन कम करने में समर्थन देना और राष्‍ट्रीय स्‍तर पर सतत परिवहन नीति में सुधार के लिये भारत को मदद देना है।
  • तकनीकी सहायता जैसी गतिविधियों से कार्यक्रम के अंतर्गत चुने गए तीन पायलट शहरों के साथ-साथ आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय को भी लाभ मिलेगा।

प्रस्‍तावित सहायता के प्रमुख घटक:-

  • टिकाऊ शहरी परिवहन परियोजनाओं के नियोजन और क्रियान्‍वयन को समर्थन देना।
  • शहरी आवाजाही के नियमन, संचालन और नियोजन के लिये संस्‍थागत क्षमता को मज़बूत बनाने हेतु समर्थन प्रदान करना।
  • श्रेष्‍ठ व्‍यवहारों के बारे में देश के अन्‍य शहरों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करना।
  • परियोजना संबंधी गतिविधियों का व्यौरा एएफडी द्वारा आवास तथा शहरी विकास मंत्रालय और तीन सहयोगी शहरों की सलाह से तैयार किया जाएगा।
  • इसमें स्‍मार्ट सिटीज़, नगरपालिकाओं और परिवहन प्राधिकरण तथा परिवहन संबंधी संस्थानों के लिये स्‍पेशल परपज़ व्‍हीकल (SPV) शामिल हैं।

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